सोमवार, 1 अगस्त 2011

माधो मेरा मुझ से दूर |


माधो मेरा

मुझ से दूर

विरहन

मिलने से मजबूर

सावन

अगन बना इस बार

बिन माधो

तरसूं इस पार

कौन विधि

जाउँ उस द्वार |



माधो मेरा

है चित चोर

उस बिन

चित लागे ना मोर

बदरा बरसे

जब घनघोर

नीर, नयन से

बहें है मोर |



घर , अंगना

सब लागे जेल

कैसे हो

माधो से मेल

नींद ना आए

सारी रात

किस विध हो

साजन का साथ

द्वार निहारूं

बारंबार

दरस ना आए

सजन हमार |



राजीव जायसवाल

२३/०७/२०११



My God is my beloved, I am restless without him.

My God is my husband, I can not live without my lord.



































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