माधो मेरा
मुझ से दूर
विरहन
मिलने से मजबूर
सावन
अगन बना इस बार
बिन माधो
तरसूं इस पार
कौन विधि
जाउँ उस द्वार |
माधो मेरा
है चित चोर
उस बिन
चित लागे ना मोर
बदरा बरसे
जब घनघोर
नीर, नयन से
बहें है मोर |
घर , अंगना
सब लागे जेल
कैसे हो
माधो से मेल
नींद ना आए
सारी रात
किस विध हो
साजन का साथ
द्वार निहारूं
बारंबार
दरस ना आए
सजन हमार |
राजीव जायसवाल
२३/०७/२०११
My God is my beloved, I am restless without him.
My God is my husband, I can not live without my lord.
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