हम होते बस
हम ही होते
हिंदू या मुस्लिम
ना होते
देश कोई हो
गाम कोई हो
नाम कोई हो
काम कोई हो
ब्राह्मण या पठान
ना होते
हम केवल बस
हम ही होते
मंदिर, मस्जिद
ठाकुरद्वारे
पूजा घर सारे के सारे
सब ही जाते
शीश नवाते
तेरे या मेरे ना होते
सब के साझे ही कहलाते |
सब त्योहार
सभी के होते
सब मिलजुल कर
खुशी मनाते
राम रामय्या
सब के होते
कृशन , कन्हय्या
सब के होते
धर्म ग्रंथ सब के
सब पढ़ते
पूजन विधि पर
नहीं झगड़ते
हम केवल
बस हम ही होते |
बात बात पर
तर्क ना होते,
मानस जात में
फ़र्क ना होते,
उँच ना होते
नीच ना होते,
गोरे , काले
मिल जुल रहते,
प्रांत ना होते
राष्ट्र ना होते,
जात पात के फ़र्क
ना होते,
मानव सभी
एक कहलाते,
हम बस केवल
हम ही होते,
हिंदू या मुस्लिम
ना होते |
राजीव जायसवाल
२७/१०/२०१०
|Hum hotey
Bas hum hi hotey
Hindu ya muslim
Na hotey
Nam koi ho
Kam koi ho
Desh koi ho
Gam koi ho
Brahman ya pathan
Na hote
Hum kewal
Bas hum hi hote.
Mandir, masjid
Thakurdware
Pujaghar
Sare ke sare
Sab ji jate
Sish nawate
Tere ya mere
Na hote
Sab ke sajhe
Hi kahlate
Hum kewal
Bus hum hi hotey.
Sab tyohar
Sabhi ke hotey
Sab miljul kar
Gale lagate
Ram rammiya
Sab ke hote
Krishan kanhaiyya
Sabhi ke hote
Dharamgranth
Sab ek hi padhte
Pujan vidhi par
Nahin jhagadte
Hum kewal
Bus hum hi hotey.
Bat bat par
Tark na hotey
Manas jat mein
Farq na hotey
Unch na hotey
Nich na hotey
Gore , kale
Mil jul rahte
Prant na hote
Rashtra na hote
Bhasaon ka
Fark na hota
Manav sabhi
Ek kahlate
Jat pat bandhan
Na hote
Hum kewal
Bus hum hi hote.
RAJIV JAYASWAL
31/08/2010
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