ऐसे मत मर जाना
कुछ कर जाना
जीवन के चप्पे चप्पे को
पद चिन्हों की भेंट
नज़र कर जाना |
सोना, जगना
खाना, पीना
मरना, जीना
सब करते हैं
जो तुमने किया ,
तो क्या इतराना |
सूबह उठे, शाम तक भागे
रात सोए, सुबह को जागे
दिवस मास चले आगे आगे
इसी तरह ये जीवन भागे
अभी तलक क्यों तुम ना जागे
ऐसे ही मर जाओगे क्या
ना नाम कोई ले आगे |
जब तक रोशन रहे चाँदनी
जब तक सूरज रहे रोशनी
नाम तुम्हारा रहे जगत में
ऐसा कुछ कर जाना
ऐसे ही मत मर जाना |
राजीव जायसवाल७/०२/२०११
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें