सोमवार, 15 अगस्त 2011

जिन्हें नाज़ है हिंद पर वे कहाँ हैं |


१५ अगस्त, १९४७---

आज़ादी मिल गयी
नाचो, गाओ
खुशी मनाओ
देश तुम्हारा
राज तुम्हारा
होगा सारा काज तुम्हारा
ज़ुल्म ना होगा
ग़ुरबत ना होगी
जनता ही अब
राज करेगी
मानव -मानव
भेद ना होगा
नाचो, गाओ
खुशी मनाओ |

१५ अगस्त, २०११---

राज भ्रष्ट
काज भ्रष्ट
जन ग़रीब
कोसे नसीब
सत्य दूर
स्वप्न चूर
बलात्कार
हाहाकार
पीड़ित जन
करते पुकार
भूखे, नंगे
भीषण दंगे |

आज़ादी का जश्न मनाओ
सब मिल जुल
झंडा फहराओ
ज़ोर से बोलो
सब जय हिंद
सब सोतों की
टूटे नींद
सब मिल जुल कर
हल्ला बोलो
भ्रष्ट तंत्र की
पोल को खोलो
राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
भ्रष्ट राज
अब नहीं गँवारा
छीन के लो
अपनी आज़ादी
दूर करो
अपनी बर्बादी |

राजीव जायसवाल
१५/०८/२०११
जिन्हें नाज़ है हिंद पर वे कहाँ हैं |

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