शनिवार, 26 मई 2012

देखते रहो , देखते रहो |

देखो बचपन को ,जवानी को , देखो अपने जीवन की कहानी को | देखो माता को , पिता को , बन्धु को , भ्राता को , संग को , संग को , साथ को |
देखो दिन को , रात को , मौन को , बात को | देखो प्रकाश को , अंधकार को , पाप को , पुण्य को |
देखो जो भी दिखे , गर्भ - गर्भाधान को , प्रश्नों के समाधान को |
देखो गर्म को , सर्द को , स्त्री को , मर्द को |
देखो ज्ञात को , अज्ञात को ,धुप को , बरसात को , रुदन को , अट्टहास को |
देखो देखो सब कुछ देखो |
यही ध्यान का ज्ञान है --- कुछ मत करो , देखते रहो , देखते रहो , देखते रहो |

Secret of meditation---- do nothing , just sit relaxed , close your eyes , just see everything which comes in your mind--childhood , young age , old age , birth , life , death , day , night , men , women -----------see every thing.
-----------------RAJIV

मंगलवार, 22 मई 2012

मन तृष्णा न जाए |


मन  भूखा भू भू करे
लाख  पूड़ियाँ खाए
भूखे का भूखा रहे
मन  तृष्णा   जाए  |
My innerself  never gets contentment , it,s hunger for material pleasures is never satisfied.

सोमवार, 21 मई 2012

अहम् ब्रह्म असि -------I AM GOD.

जो मैं हूँ
तुम  हो  वही ,
तुम  जो हो
मैं  हूँ वही |
मैं भी ब्रह्म हूँ
तुम भी वही |

त्वं , मम असि .
मम , त्वम् असि  |
अहम्  ब्रह्म असि  |
----------------------------------राजीव

तू हुस्न है  ,
मैं इश्क हूँ  |
तू मुझ में है ,
मैं तुझ में हूँ  |

I AM GOD , GOD IS ME . MY SOUL IS A PART OF THAT SUPREME SOUL  , THAT SUPREME SOUL IS NOT SEPERATE  FROM MY SOUL.



जोगी मेरा धोबिया
कपडे रहा धुला य
दुःख के कपडे धोय के
सुख के कपडे लाय |
My God is my washerman , I give him my clothes , dirty with dust of sorrow , he wahes them and I get back those clothes , as clothes of happiness and ecstacy
----------------------------------------Rajiv
21/05/2012

रविवार, 20 मई 2012

जीवन से मरना भला , जो मरि जा नै कोय |


जीवित ना रहो
मृतक से   हो जाओ ,
कुछ भी ना करो ,
सिर्फ खो जाओ |

कुछ भी ना दिखे
सभी कुछ  खो जाए
सभी कुछ दिखे ,
ऐसा कुछ  हो जाए |

उजाला ना रहे ,
अँधेरा भी ना हो ,
दोपहरी  ना रहे ,
सवेरा  भी ना हो |
 |
अगन सी एक जले ,
जलन पर ना करे ,
बर्फ सी एक जमे ,
मगर शीतल ना हो |

कोई भी  गाए ना
मगर गायन सुनें ,
कोई भी नाचे ना  ,
मगर नर्तन दिखे |

साज कुछ ना बजे
मगर  कीर्तन सुनें
पास कुछ ना रहे
मगर  सब धन मिले |

कोई भी आए ना ,
मगर आगमन हो ,
कहीं भी जाएं ना ,
जगत का भ्रमण हो |
शून्य ये तन बने ,
व्यापत  कण कण में हो ,
शोक कुछ भी ना हो
मोक्ष  को प्राप्त हो |

---------------------------राजीव

जीवन से मरना भला
जो  मरि जा नै कोय |
मरना पाहिले जो म रै
अजर अमर सो होय |
---------------------------संत कबीर 















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मंगलवार, 15 मई 2012

मन पंछी , मन बावरा |


मन  पंछी , मन बावरा 
उड़े नील आकाश
ठोर कहीं पावे नहीं
फिर फिर आवे पास |
My innerself flies in blue sky like a bird , get no place to have rest and come back again in myself.


मन भंवरा फू  फू करे
फूल फूल पर जाए 
एक फूल भावे नहीं
सब बगिया मंडराए |
My innerself wishes to enjoy all the luxuries of life , like a honey bee , it sits on all flowers of garden and drinks the nectat of all flowers.


मन  मूरख मैं मैं करे
मैं से बड़ा  कोए
मैं की ही पूजा करे
मैं को तिलक लगाए |
My  stupid innerself has become very arrogant , considers himself as  best , even worships himself ;

मन  तो मेरा एक है
कैसे लाख समाएँ
लाख बराबर एक जो
वो प्रीतम  जाए |
My innerself has not much space to accommodate so many beloved , but can accommodate one beloved , who has qualities of so many.

मन  मेरा मन मन हुआ
प्रियतम  से बिछ राए
सेज   बिछाउन रात को
बेदर्दी   आए |
My innerself  has become very sad , by separating from my beloved , daily waits for the beloved to sleep with him on his bed. But he never turns up.


मन  भूखा भू भू करे
लाख  पूड़ियाँ खाए
भूखे का भूखा रहे
मन  तृष्णा   जाए  |
My innerself  never gets contentment , it,s hunger for material pleasures is never satisfied.


मन  का भेद पा सका
पोथी पढ़ी हज़ार
काउ  से नफरत करे 
काउ  से करे प्यार  |
 I am not able to understand the secret of my innerself , even after reading all scriptures and religious books , why it hates someone and why it loves someone.


मन  मेरा हो सका
संग मेरे दिन रैन
तेरा कैसे हो गया
सोचत हूँ दिन रैन  |
I am reaaly surprised at the behaviour of my innerself , it is with my since beginning , but how and when it became your mistress.


मन मेरा पागल हुआ
नाचे है दिन रैन
प्रियतम के दर्शन हुए
सपने में एक रैन |
i saw the glimpse of my beloved , of my God , in my dreams , since then my innerself is dancing like a mad .




अब
मुझे भटकने का डर नहीं
चलूँ जिस राह भी
घर तेरा है जिस जगह
सब रास्ते जाते वहीँ |
Now I  am not afraid of  forgetting the  location of your house , for now all roads , lead  to your house.
  
राजीव

















































सोमवार, 14 मई 2012

हर , हर , हर करते रहो , रूप , हरि हो जाओ |

 कोई कहे मैं ब्रह्मना
कोई कहे मैं सिख ,
कोई जैन , बुद्ध है रहा
कोई कहे  मैं ख्रीस्त |

कोई बोले खत्री
कोई कहे मैं जाट ,
कोई बनिया है रहा ,
कोई कहे मैं शूद्र |
कोई घूमे तीर्था
कोई मांगे भीख ,
कोई समागम कर रहा ,
कोई कीर्तन गीत |
 कोई बजावे चिमटा
कोई बजावे ढोल ,
कोई रम्या राम में ,
कोई तपस्या घोर |

कोई गुरु को पूजता
कोई शबद धुन गाए
कोई चर्च को जा रहे
कोई नाम धुन गाए |

 कण कण में
हरि बस रहा  ,
चाहे जैसे ध्याओ ,
हर , हर , हर करते रहो ,
रूप , हरि हो जाओ |
 


राजीव
१४/०५/२०१२




















मंगलवार, 8 मई 2012

सब उस का खेल तमाशा है |


ना कोई हँसाता है
किसी को
ना कोई रुलाता है
किसी को ,
सब उस का खेल तमाशा है
कभी हँसाता है
किसी को
कभी सताता है
किसी को |

तू है क्या
खेल खिलौना है ,
मलिक के आगे
बौना है ,
ले लाख बना तू मंसूबे ,
जो होना है
सो होना है |

ये भी कर लूँ
वो भी कर लूँ ,
घर अपना
पैसे से भर लूँ ,
मूरख कितना नादान है तू
ना साथ तेरे
कुछ जाना है |

राजीव
१८/०४/२०१२




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फिर क्या जागे नानका , जब छोड़ चला संसार |


आज भी
कल की  तरह बीत गई ,
बिन बोले बात कोई
बिन बोले राज कोई |
वैसे थे लोग कई
उन को मैं जानूँ ,
मुझ को वे जानें ,
शक्लें थी कितनी अनजानी सी |

मौसम कुछ गर्म रहा
कल से भी ,
प्यास लगी
बुझ सकी जल से  भी |

आज भी सूरज उगा
धूप खिली आज भी ,
आज भी पैदा हुए ,
कुछ लोग मरे आज भी |

आज भी
मन  जगा ,
माया  में खोया रहा ,
जो जरुरी काम था
वो कर  सका
आज  भी |
राजीव
०८/०५/२०१२


जागो रे जिन जागना
अब जागन की बार
फिर क्या जागे नानका
जब छोड़ चला संसार  |