बुधवार, 17 अगस्त 2011

जीवन सत्य |


एक दिवस, माह बना

माह बने साल

साल से सदिया बनी

सदी बनी काल |



एक ब्रह्म

नाद बना

एक ओंकार

एक ओम

जीव बना

जीव से संसार |



अहम ब्रह्म

अहम जीव

अहम अहंकार

अहम झूट

अहम सत्य

अहम निराकार |



अहम राम

अहम कृष्ण

अहम सर्वधार

अहम जीव

अहम हरी

अहम ही संसार |



आदि सत्य

मध्य सत्य

सत्य वर्तमान

रात सत्य

दिवस सत्य

सत्य पहर चार

रूप सत्य

रंग सत्य

सत्य ये संसार

RAJIV JAYASWAL


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