
ऐसा कैसे हो जाता है
एक बीज से बन जाता है
पेड़ बड़ा सा,
भोला सा बचपन होता है
बूढ़ा कैसे हो जाता है,
सब कुछ तो होता है तन में
ना जाने क्या खो जाता है,
ऐसा कैसे हो जाता है |
रोज रात को सो जाता है
रोज सुबह को उठ जाता है
एक रात ऐसा होता है
सोते का सोता रहता है,
कल तक जो चलता फिरता था
ऐसे कैसे सो जाता है,
सब कुछ तो होता है तन में
ना जाने क्या खो जाता है,
ऐसा कैसे हो जाता है |
रोज सुबह सूरज उगता है
रोज शाम को ढल जाता है,
कल जिस को हम कल कहते थे
आज वो कैसे हो जाता है,
पल जो बीत गया था पल में
पल पल कैसे तरसाता है,
ऐसा कैसे हो जाता है |
रोज़ रोज़ मंदिर जाता है
राम नाम का जप करता है,
एक रोज ऐसा होता है
राम नाम सत सब कहते हैं
वो चुपचाप पड़ा रहता है,
चिर निद्रा में सो जाता है,
सब कुछ तो होता है तन में
ना जाने क्या खो जाता है,
ऐसा कैसे हो जाता है ?
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