रविवार, 14 अगस्त 2011

मेरे मन कहाँ रहोगे |


मैं जब नहीं रहूँगा
मेरे मन कहाँ रहोगे
किस से बात करोगे
अपनी व्यथा कहोगे
मैं जब नहीं रहूँगा
मेरे मन कहाँ रहोगे |

मुझ से दूर चले जाओगे
या तुम मेरे साथ रहोगे
पॅंचतत्व तुम हो जाओगे
या तुम मेरे साथ जलोगे
मैं जब नहीं रहूँगा
मेरे मन कहाँ रहोगे |

मौन कभी क्या रह पाओगे
या खुद से ही बात करोगे
सदा मेरे तुम साथ रहे हो
गैर के किस के साथ रहोगे
मैं जब नहीं रहूँगा
मेरे मन कहाँ रहोगे |

जब से होश संभाला
तुम को ही पाया है
संग सखा तज गए
तुम ही ने साथ निभाया
अंत समय भी साथ रहोगे
या तुम मुझ से दूर चलोगे
मैं जब नहीं रहूँगा
मेरे मन कहाँ रहोगे |

राजीव जायसवाल
१४/०८/२०११
मैं मौन
मन मौन
मैं मन का
या मन मेरा
इस का जवाब देगा कौन |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें