
रावण मरा नहीं है
गली गली में
घर घर में
जी रहा है
कहीं पत्नी को जलाता है
बच्ची को सताता है
छुरे चलाता है
वेद मंत्र जानता नहीं
गंदी गालियाँ सुनाता है |
रावण मरा नहीं है
गंदी गली में
वासना के खेल खेलता है
टोपी सफेद पहन कर
सत्ता पे उछलता है
मर्यादा कोई जानता नहीं
कलियों को मसलता है |
रावण मरा नहीं है
मज़हब का नाम लेकर
दंगे करा रहा है
मंदिर गिरा रहा है
मस्जिद गिरा रहा है
इंसानी लहूपी कर
हैवान हो रहा है |
भगवान कोई मानता नहीं
शैतान हो रहा है |
राजीव जायसवाल
०४/०८/२०११
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