कब जगोगे
धर्म के नाम पर कब तलक
सब को ठगोगे ,खुद को ठगोगे |
जागरण ऐसे करो
फिर ना सोना हो
जागरण ऐसे करो
आँख के आगे हर पल प्रभ सलोना हो |
जागरण ऐसे करो
तुम भी जागो सब भी जागें |
जागरण ऐसे करो
हो दूर अंधियारा मनो का
सत्य को समझो |
करो तुम जागरण हर पल
,ना जाने एक पल के बाद
कहीं तुमऐसे सो जाओ
कभी फिर जागरण ना हो |
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