बुधवार, 13 जुलाई 2011

तुम हो तो |


तुम हो तो

अंधेरा

रोशनी सा लगता है

तुम हो तो

डर कोई

पास ना फटकता है

तुम हो तो

जिंदगी

जिंदा हो जाती है |



तुम हो तो

हर खुशी

मेरी हो जाती है

तुम हो तो

उदासी , फर्र से उड़ जाती है

तुम हो तो

मेरी हर रात

मुस्कुराती है

तुम हो तो

मन की हर

कली खिली जाती है |



तुम ही तुम

बस तुम

तुम में गुम

थे अब तक हम

अब तुम

जो जाओगे

वापिस भी क्या आओगे

तुम बिन हम

रहें कैसे

मुझे क्या तुम बताओगे |

राजीव जायसवाल

२९/०६/२०११



























































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