बुधवार, 13 जुलाई 2011

जाओ अब ना आना


तुम जा रही हो

जाओ

अब ना आना

जितने दिन का साथ था

उतना निभाया

अब जो मिले

उस से निभाना

मुझ को भुलाना |



प्रीत तुम ने की

नहीं की

क्या पता

मैने तो की थी

दिल दिया उस को

जिस को पता क्या

प्रीत का

वफ़ा की रीत का

मन के संगीत का |



पास तुम थी

दूर खुद से हो गया था

जाओगी तुम दूर

अपने पास आउँगा

मैं अपने खुद को पाउँगा |



राजीव जायसवाल

27/06/2011













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