
रोक मत
जाने दे उसको
रोकने से
कुछ तुझे हासिल नहीं है
समझ ले
तू फरिश्ता है
वो तेरे काबिल नहीं है |
तू कहाँ
और वो कहाँ
वो ज़मीं
तू आसमान
तू कमल का फूल
वो चुभने वाला शूल
रोकने से कुछ उसे हासिल नहीं है
रोक मत
जाने दे उस को
वो तेरे काबिल नहीं है |
राजीव जायसवाल
०२/०६/२०११
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