मेरे मन सुन
अब मेरी सुन |
जब से होश संभाला मैने
तेरी बक बक
रहा हूँ सुन
सुन ले
अब ना और सुनूँगा
अब तू मेरी
बातें सुन |
मेरे मन सुन
सुन झरने की
झर झर सुन
सुन , सागर का
गर्जन सुन
सुन ,कलियों का
गायन सुन
सुन ,इंद्रधनुष का
वंदन सुन |
चुप हो
एक पल तो
चुप हो
तेरी बक बक
ना रहा मैं सुन
सुन रे मन
अब मेरी सुन |
राजीव
०५/०१/२०१२
तेरी बक बक
जवाब देंहटाएंना रहा मैं सुन
सुन रे मन
अब मेरी सुन |
वाह ...बहुत खूब
सुन्दर.... वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंशुभकामनाये.
चुप हो
जवाब देंहटाएंएक पल तो
चुप हो
तेरी बक बक
ना रहा मैं सुन
सुन रे मन
sundar abhivyakti ...badhai .
अब मेरी सुन
bahut dhanyavad , Rekha ji.
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