चलो फिर अजनबी बन
जाएं
जितने करीब
आए थे दोनों
उतने ही दूर जाएं
,
चलो
फिर अजनबी बन
जाएं ।
मैं भी भूलूं
तुम भी भूलो
अनजाने हो जाएं ।
जाने अनजाने
कसमें जो खाई
उन को भूल ही
जाएं ,
चलो
फिर अजनबी बन
जाएं ।
तुम मेरे ख़त
आग लगा दो ,
तस्वीरें जो साथ
जला दो ,
मेरे मन
जो याद
तुम्हारी
मैं भी दफ़न कराऊँ
न तुम मेरी याद में आना
मैं भी याद न आऊँ ,
मैं भी दफ़न कराऊँ
न तुम मेरी याद में आना
मैं भी याद न आऊँ ,
एक दूजे को
बिसराएँ
चलो फिर अजनबी बन जाएं ।
चलो फिर अजनबी बन जाएं ।
राजीव
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