शनिवार, 15 सितंबर 2012


ना बात करो
ना चीत करो
ना अब तुम मुझ से
प्रीत करो
कोई और मिला है  तुम को क्या ?
तुम वही तो हो -   या और कोई
क्यों बदल गईं   -क्या बात हुई -   जो बिगड़ गईं   ,कोई और मिला है  तुम को क्या ?
क्यों हम से नाता तोड़ दिया  -क्यों साथ हमारा छोड़ दिया   -क्यों सारे वादे भुला दिए
कोई और मिला है  तुम को क्या ?
ना भला कहा
ना बुरा कहा ,
ना गले लगीं 
ना विदा कहा ,
ऐसे क्या जुदा
कोई होता ,
ऐसे क्या कोई
किसे खोता ,
ऐसे तुम कैसे बदल गईं ,
तुम मुझ से कैसे
बिछड गईं  ,
कैसे तुम मुझ से हुईं जुदा  |
कोई और मिला है  तुम को क्या ?




राजीव 

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